पारिवारिक पृष्ठभूमि
मेरा जन्म 10 सितंबर, 1963 को अमृतसर में श्री बलराम जी दास टंडन तथा श्रीमती बृजपाल टंडन के घर हुआ। मेरा परिवार ईश्वर के प्रति समर्पण, देश के प्रति प्रेम, ईमानदारी व नैतिकता के लिए जाना जाता है। मेरे पिता जी श्री बलराम जी दास टंडन जी एक स्वतंत्रता सेनानी, आर.एस.एस. के प्रचारक तथा जन संघ के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने छः बार विधायक पद पर, चार बार मंत्री पद पर तथा जुलाई 2014से अगस्त 2018 तक छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पद पर कार्यभार संभाला। मेरी माता जी श्रीमती बृजपाल टंडन जी ने अमृतसर में शिक्षिका के रूप में कार्य किया। समय के साथ -साथ वे घर तथा भगवान श्री की भक्ति के प्रति समर्पित हो गई। मेरी दो बहनें हैं, दोनों दिल्ली में ही रहती हैं।
मैंने आठवीं तक की शिक्षा अमृतसर में ग्रहण की तथा 6 वर्ष की आयु में ही आर.एस.एस शाखा में शुरू कर दिया था। जल्दी ही मुझे अमृतसर की अभिमन्यु शाखा में मुख्य शिक्षक के रूप में चुन लिया गया। सन 1977 में जब मेरे पिता जी ने मंत्री पद पर कार्यभार संभाला तो हमारा परिवार चंडीगढ़ में बस गया । तभी से हम लोग चंडीगढ़ में रह रहे हैं।
शिक्षा
चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात सेक्टर-10 स्थित डीएवी कॉलेज से प्री-यूनिवर्सिटी की शिक्षा पूरी कर मैंने गवर्मेंट कॉलेज में बी.कॉम.(ऑनर्स) में दाखिला लिया। 1986 में चार्टेड एकाउंटेंट तथा 1988 में कास्ट एकाउंटेंट के रूप में योग्यता प्राप्त की।
शादी और परिवार
सन 1987 में मैंने स्व. जस्टिस मदन मोहन पुंछी की बेटी प्रिया से शादी की। जो भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हुए। हमारे तीन बेटे हैं। दो बड़े बेटे बिज़नेसमैन हैं तथा छोटा बेटा अभी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा है।
व्यवसाय
शिक्षा पूर्ण करने के बाद मैंने 1986 में सी.ए. के रूप में प्रैक्टिस शुरू की। 30 से भी अधिक वर्षों की प्रैक्टिस के दौरान कंप्टेंट ग्रुप बनाया। यह ग्रुप 4000 से भी अधिक लोगों को विभिन्न रोजगार प्रदान कर रहा है, जैसे-एकॉउंटिंग,ऑडिटिंग,कंसल्टिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, कमोडिटी ब्रोकिंग, इंश्योरेंस ब्रोकिंग, बीपीओ सर्विसिज, सॉफ्टवेयर प्रॉडक्टस तथा कोवर्किंग स्पसेस। हम अपने एनजीओ कम्पीटेंट फाउंडेशन के माध्यम से कई सामाजिक कार्य कर रहे हैं जिनका उद्देश्य है-हेल्प एवर, हर्ट नेवर
पूर्व में किये गए कार्य एवं पदभार
- निदेशक-स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
- निदेशक- नैशनल हइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर कार्पोरेशन
- सदस्य-पंजाब सरकार के अंतर्गत आई.टी./आईटीईएस के लिए मानव संसाधन विकास सूचना एवं संचार प्राद्योगिकी निगम
- समिति के सदस्य- अध्ययन बोर्ड मानव अधिकार एवं कर्तव्य, पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़
- सदस्य- स्टेट टास्क फ़ोर्स आईसीएआई, चंडीगढ़
- सदस्य-पीएचडी चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स की बैंकिंग और बीमा समिति
- सदस्य- बोर्ड ऑफ़ फाइनेंस एंड सिंडिकेट, पंजाब यूनिवर्सिटी
वर्तमान कार्य
- प्रदेश अध्यक्ष-भारतीय जनता पार्टी
- सदस्य- प्रशासक की सलाहकार परिषद, चंडीगढ़ प्रशासन
- अध्यक्ष- ट्रैफिक मैनेजमेंट पर प्रशासक की सलाहकार परिषद की स्थायी समिति
- सदस्य-भारत विकास परिषद
- सदस्य-डीएवी प्रबंधन समिति, प्रतिनिधि सभा
- स्वतंत्र निदेशक- गेल इंडिया लिमिटेड
- सीनेट सदस्य-पंजाब यूनिवर्सिटी
- अध्यक्ष- यूटी क्रिकेट एसोसिएशन, चंडीगढ़
- मनोनीत सदस्य- यूटी चंडीगढ़ में गृहमंत्री की सलाहकार समिति
- गैर सरकारी विज़िटर- मॉडल जेल, बुड़ैल
- निदेशक- रॉकमैन इंडस्ट्रीज लिमिटेड
लेखन-कार्य
- मैंने अपनी धर्मपत्नी प्रिया टंडन के साथ सात पुस्तकों का सह लेखन किया- सनरेज़ फ़ॉर संडे, सनरेज़ फ़ॉर मंडे, सनरेज़ फ़ॉर वेडनेसडे, सनरेज़ फ़ॉर थर्सडे, सनरेज़ फ़ॉर फ्राइडे, सनरेज़ फ़ॉर सैटरडे। सनरेज़ श्रृंखला की सभी पुस्तकों में भगवान श्री सत्य साईं बाबा की शिक्षाओं पर आधारित प्रेरणार्थक लघु कहानियां हैं। पहली तीन पुस्तकें हिंदी में और दो तेलगु में प्रकाशित हुई हैं।
- मैंने अपने पिता के जीवन से सम्बंधित जीवनी लिखी जिसका शीर्षक है- बलरामजी दास टंडन- एक प्रेरक चरित्र। 17 अगस्त, 2009 को इस पुस्तक का विमोचन पूर्व उप प्रधानमंत्री तथा तत्कालीन विपक्ष के नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी के हाथों से हुआ। इस पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ तथा इस कार्यक्रम में बहुत से राष्ट्रीय तथा राज्य मंत्री भी सम्मिलित हुए।
- मैंने ‘कमल समाचार’ नामक मासिक समाचार का संस्थापक सम्पादक के रूप में भी कार्य किया।इस समाचार पत्र को मैंने 2009 में शुरू किया था। इसमें भाजपा चंडीगढ़ से सम्बंधित सभी समाचारों व घटनाओं को कवर किया जाता है और यह सभी कार्यकर्ताओं को अपडेट करने का एक उपयुक्त माध्यम बन चुका है।
- मैंने अपने पिता जी बलरामजी दास टंडन जी के 90वें जन्मदिन पर प्राप्त हुए गणमान्य व्यक्तियों, राजनेताओं, उद्योगपतियों, नौकरशाहों तथा अन्य प्रमुख व्यक्तियों के 100 से भी अधिक पत्रों का संकलन कर उन्हें पुस्तक का रूप दिया, जिसका नाम है ‘संगर्ष यात्रा’
अन्य गतिविधियां
- मैं हर रोज भगवान सत्य साईं बाबा की शिक्षाओं पर आधारित एक सन्देश और हर सप्ताह एक उनसे जुड़ी एक प्रेरणादायक कहानी ईमेल और एसएमएस के जरिये लोगों तक पहुंचा रहा हूँ।
- अपने पूज्य पिता जी के निधन के बाद मैंने सीखा की किस तरह वे वर्षों से 17-18 संगठनों व अनेक लोगों की विभिन्न तरीकों से मदद कर रहे थे। उनकी इन्हीं सहायतार्थ सेवाओं को आगे भी क्रमवत जारी रखने के लिए मैंने बलरामजी दास टंडन चैरिटेबल फाउंडेशन की स्थापना की। इस फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा जो पहला कार्य किया गया वो था पंजाब यूनिवर्सिटी को हर साल बलरामजी दास मेमोरियल लेक्चर आयोजित करने हेतु 10 लाख की राशि का चेक देना ताकि जो लोग राष्ट्र निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं वे उन्हें युवाओं के सामने अपने विचार प्रकट करने हेतु मंच मिल सके।